बहराइच हिंसा: सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, CJM आवास पर हुई पेशी

बहराइच हिंसा: सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया, CJM आवास पर हुई पेशी

Bahraich Violence Accused Encounter

Bahraich Violence Accused Encounter

Bahraich Violence Accused Encounter: यूपी के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद आज पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम व अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कालोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. 

वहीं, हिंसा के पांचवें दिन शहर में शांति वापस लौटती दिखाई पड़ रही है. शहर कोतवाली के मुख्य बाजार घंटाघर पर हिंसा के बाद जुमे की पहली नमाज के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. हर चौक चौराहों पर पुलिस की कड़ी पहरेदारी थी. शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण तरह से नमाज अदा की. इस दौरान डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, सिटी पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश पांडेय लगातार शहर भर में भ्रमण करते रहे. 

मालूम हो कि 13 अक्टूबर की शाम हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में विसर्जन जुलूस में मामूली कहासुनी के बाद दुर्गा प्रतिमा पर पथराव व धार्मिक झंडा उतारने से उपजे विवाद में गोली चलने से युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने कल शाम पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनमें सरफराज व तालीम के नानपारा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नानपारा रूपईडीहा हाइवे पर बड़ी नहर के पास पुलिस से हुई मुठभेड़ में पैरों में गोली लग गई थी. उन्हें बहराइच मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था. वहीं अन्य तीन आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम व अफजल को पुलिस हिरासत में रखा गया था. आज पुलिस रिमांड पेशी के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है. 

उधर, बहराइच हिंसा मामले में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद सरफराज की बहन रुखसार ने कुबूल किया है कि उसके भाई ने गोली चलाई थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की मौत हुई. रुखसार का कहना है कि सैकड़ों की भीड़ दरवाजे पर थी, सरफराज ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, अनजाने में गोली रामगोपाल को लग गई. किसी को मारना जस्टिफाई नहीं किया जा सकता है पर अनहोनी हो गई. सरफराज ने जो किया अपने बचाव में किया, उसका इरादा हत्या का नहीं था. 

गौरतलब हो कि जैसे ही रामगोपाल की मौत की खबर फैली महराजगंज कस्बे में बवाल शुरू हो गया था. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी अब्दुल हमीद के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगा दी थी. हिंसा के ये दौर अगले दिन भी जारी रहा. जिसके चलते जिले में भारी पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी. खुद सीएम योगी ने मामले का संज्ञान लिया. फिलहाल, हालात सामान्य हैं. अबतक 50 से ज्यादा आरोपी पकड़े जा चुके हैं. नामजद आरोपी जेले भेजे जा चुके हैं.